Computer में हार्ड डिस्क क्या होती है और इसके कितने प्रकार होते है?

 

Computer में हार्ड डिस्क क्या होती है और इसके कितने प्रकार होते है?


आप रोजाना कंप्यूटर, लैपटॉप ओर मोबाइल का इस्तेमाल करते है। आप रोज़ाना हजारो GB डेटा अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, ओर मोबाइल में सेव करते हो। पर क्या आपको पता हैं यह सब डाटा जो आप सेव करते हो वो कैसे  ओर कहा पर सेव होता हैं। 

यह कंप्यूटर, लैपटॉप ओर मोबाईल में सेव होता हैं उसके लिए कंप्यूटर, लैपटॉप ओर मोबाईल की हार्ड डिस्क में सेव होता हैं। हमे हार्ड को समझने से पहले कॉम्पीटर ओर SAVING के प्रोसेस को समझना पड़ेगा। अपने इस लेख में हार्ड डिस्क से जुड़ी पूरी जानकारी आपको बता रहे हैं अतः आप इस लेख को  अंतिम तक पढ़े ताकि आपको हार्ड डिस्क के बारे में पूरा समझ मे आ जाये।

क्या होता हैं कंप्यूटर (what is computer)

कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं जो आपके सारे कामो को आसान बनाता हैं। कंप्यूटर में आप जो भी काम करते हैं उसे कही ना कही सेव करते हैं, आप जो भी कंप्यूटर में सेव वो कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में सेव होता हैं।

क्या होता हैं सेविंग प्रोसेस (what is saving process)

कंप्यूटर में आप जो भी काम करते हैं जैसे डाटा मैनेजमेंट, फ़ाइल स्टोरेज etc उसको एक निस्चित स्थान पर स्टोर ( रखने ) करने की प्रक्रिया को saving process कहते हैं।

क्या होती है हार्ड डिस्क (what is Hard Disk)

एक हार्ड डिस्क CPU का एक मुख्य भाग होता हैं जो कंप्यूटर के मुख्य भाग CPU में लगता हैं। हार्ड डिस्क में कंप्यूटर के डाटा को स्थायी रूप से सेव किया जा सकता हैं। हार्ड डिस्क में कंप्यूटर के सभी प्रकार के डाटा कल सेव किया जा सकता हैं। यह एक non – volatile प्रकार की डिस्क होती हैम जिसमे डाटा को स्थाई रूप से सेव किया जा सकता हैं एवं वो डाटा बहुत काम चांस होते हैं कि नष्ट हो।

हार्ड डिस्क का अविष्कार (Founded of hard disk)

हार्ड डिस्क के आने से पहले floppy disk का इस्तेमाल होता था जिसमे सिर्फ 3MB तक ही डाटा को स्टोर किया जा सकता था। हार्ड डिस्क का अविष्कार 1956 में IBM नामक एक सॉफ्टवेयर कंपनी में किया था। दुनिया की पहली हार्ड डिस्क का नाम RAMAC(Random access method of accounting and control) था।

हार्ड डिस्क की विशेषताये (Features of hard disk)

वेसे तो हार्ड डिस्क की कई विशेषता होती है परंतु हार्ड डिस्क की कुछ मुख्य विशेषता निम्न हैं।

  • हार्ड डिस्क एक non volatile प्रकर की मेमोरी हैं जिसमे डेटा को स्थायी रूप से स्टोर किया जा सकता हैं।
  • हार्ड डिस्क कंप्यूटर का ही एक अभिन्न अंग होता हैं।
  • अगर आपके कंप्यूटर में हार्ड डिस्क न हो तो आप अपने कंप्यूटर का उपयोग भी नही कर सकते।
  • हार्ड डिस्क में लंबे समय तक डेटा स्टोर किया जा सकता हैं।
  • कंप्यूटर के सभी प्रकर के सिस्टम को स्टोर भी हार्ड डिस्क में ही स्टोर किया जाता हैं।
  • कंप्यूटर में डेटा को स्टोर करने के लिए हार्ड डिस्क का एक अहम रोल हैं।
  • कंप्यूटर में cpu के motherboard पर इसे लगाया जाता हैं।
  • कंप्यूटर में cpu का पावर सप्लायर SMPS होता हैं जो पूरे कंप्यूटर सिस्टम की बिजली को कंट्रोल करता हैं।
  • कंप्यूटर को संचालन करने में अहम योगदान।
  • हार्ड डिस्क को कंप्यूटर की सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस / मेमोरी भी कहा जाता हैं।
  • CPU के mother board से इसको जोड़ने के लिए SATA, PATA, SCSI, इत्यादी प्रकार की केबल्स का उपयोग होता हैं।
  • हार्ड डिस्क में मेग्नेटिक स्टोरेज का उपयोग होता हैं डेटा को सेव ओर वापस लाने के लिए इसलिए इसे ELECTRO-MECHNICAL DATA STORAGE DEVICE भी कहते हैं।
  • हार्ड डिस्क के तरह की पतली पतली मेग्नेटिक की प्लेटो से बनी होती हैं।
  • हार्ड डिस्क जिस गति में घूमती है उसके घूमने की गणना को RPM (RATE PER MINUTE) से मापा जाता है।

हार्ड डिस्क के लाभ (Benefits of hard disks)

वैसे तो हार्ड डिस्क के कई लाभ हैं परंतु उनमे से कुछ हम आपको यहां बता रहे हैं।

  • हार्ड डिस्क में हर तरह का डेटा कंप्यूटर के जरिये स्टोर किया जा सकता हैं जैसे फ़ाइल, फोटोज, गाने, इत्यादि।
  • कंप्यूटर की सारी सिस्टम फ़ाइल भी हार्ड डिस्क में ही स्टोर होती हैं।
  • हार्ड वजन में लगभग 2KG से 3 KG के मध्य होती हैं।
  • यह काफी आसानी से मेन्टेन की जा सकती हैं।
  • हाल में लेटेस्ट में जो हार्ड डिस्क बाज़ार में उपलब्ध हैं उसमे 1TB तक डेटा स्टोर किया जा सकता हैं।
  • हार्ड डिस्क को आवश्यकतानुसार कही भी ले जाया जा सकता हैं।
  • हार्ड डिस्क को आसानी से खरीदा जा एकता हैं। क्योंकि यह काफी सस्ती आती हैं।
  • हार्ड डिस्क में आसानी से डाटा स्टोर ओर रिट्रीव किया जा सकता है।
  • यह floppydisk ओर cd / dvd से फ़ास्ट काम करती हैं।

हार्ड डिस्क की हानियां (Losses of hard disk)

हार्ड डिस्क के कुछ फायदे भी हैं तो कुछ नुकसान भी ओर उन्ही नुकसानों के बारे में हम यहां जानेंगे।

  • हार्ड डिस्क RAM और ROM के मुकाबले काफी SLOW होती हैं।
  • हार्ड डिस्क काम के समय भी crash होने का खतरा रहता हैं।
  • हार्ड डिस्क में डेटा सेव तो रहता हैं अगर हार्ड डिस्क खराब हो जाती हैं तो आपका डाटा retrive करना मुश्किल हो जाता हैं।

हार्ड डिस्क के प्रकार (Types of hard disks)

हार्ड डिस्क मुख्यतः 4 प्रकार की होती हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया हैं।

PATA (Parallel Advanced Technology Attachment) : 

यह दुनिया की सबसे पुरानी हार्ड डिस्क हैं जिसका पहली बार उपयोग 1986 में किया गया था। PATA हार्ड डिस्क को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए ATA interface standard का उपयोग होता हैं। इस हार्ड डिस्क को पहले IDE ( Integrated Drive Electronics ) से जाना जाता था। इस हार्ड डिस्क को मध्यम गति के लिए जाना जाता हैं जिसकी डेटा transfer की स्पीड 133 MB PER SECOND होती हैं।

SATA (Serial Advanced Technology Attachment) : 

आपको शायद यह जानकारी पहले से पता होगी कि इस प्रकार की हार्ड डिस्क आज के समय के सभी कंप्यूटर वे लैपटॉप में इस्तेमाल होता हैं। SATA प्रकार की हार्ड डिस्क की डेटा ट्रांसफर की स्पीड PATA से अधिक होती हैं , SATA की डेटा ट्रांसफर की स्पीड 150mb per second से 160mb पर सेकंड के बीच मे होती है।

SCSI (Small Computer System Interface) : 

यह हार्ड डिस्क ऊपर के दोनो प्रकार की हार्ड डिस्क से अधिक उपयोग में आने वाली हार्ड डिस्क हैं। SCSI प्रकार की हार्ड डिस्क IDE हार्ड के काफी समांतर होती हैं। इस प्रकार की हार्ड डिस्क की डाटा ट्रांसफर स्पीड 640MB/PS तक होती हैं।

SSD (Solid State Drives) : 

यह हार्ड डिस्क ऊपर बताई गई हार्ड डिस्क से बेहतर होती है। यह हार्ड डिस्क लेटेस्ट भी हैं जो आज के कंप्यूटर में काफी तेजी से इस्तेमाल हो रही हैं। SSD हार्ड डिस्क डेटा स्टोर करने के लिए Flesh memory technology का इस्तेमाल करती हैं। यह हार्ड डिस्क काफी महंगी आती हैं।


हार्ड डिस्क के पार्ट्स (Parts of hard disk)

हमने हार्ड डिस्क के प्रकारों के बारे मे पढ़ा अब इसके पार्ट्स को समझते हैं।

MAGNATICS PLATES : 

यह हार्ड डिस्क का सबसे महत्वपूर्ण भाग है जो डिजिटल चुम्बकीय के रूप में डेटा को स्टोर करती हैं। इसमे डेटा कंप्यूटर की binery भाषा मे स्टोर होता हैं जैसे 0,1

READ/WRITE HEAD : 

कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में यह एक चुम्बकीय चिप होती हैं। यह प्लेट्स में घुमाव के साथ काम करता हैं।

ACTUATOR : 

यह कंप्यूटर का वह भाग हैं जो Read/Write Head की मदद से घूमता हैं।

READ/WRITE ARMS : 

हार्ड डिस्क का यह हिस्सा हैं जो READ/WRITE HEAD से जुड़ा होता हैं।

SPINDLE : 

हार्ड डिस्क में यह एक प्रकार की मोटर होती हैं जो प्लेट्स के मध्य होती हैं।

CIRCUIT BOARD : 

यह हार्ड डिस्क का वो पार्ट होता हैं जो प्लेट्स से डेटा के प्रभाव को नियंत्रित करता है।

CONNECTOR : 

यह हार्ड डिस्क का वह पार्ट होता हैं जो circuit से READ/WRITE और PLATES तक डेटा पहुचता हैं।

LOGIC BOARD : 

यह हार्ड डिस्क में एक प्रकार की चीप होती हैं तो input और output को नियंत्रित करती है।

HSA : 

हार्ड डिस्क में यह read/write arms का parking एरिया होता हैं।

हार्ड डिस्क का उपयोग (Use of hard disk)

हार्ड डिस्क का उपयोग कंप्यूटर में डेटा सेव करने के लिए होता हैं।

  • हार्ड डिस्क में कंप्यूटर का सिस्टम का डाटा 9स्टोर होता हैं।
  • हार्ड डिस्क में कंप्यूटर में बनी फाइल्स को स्थायी रूप में सेव कर सकते हैं।
  • कंप्यूटर में फ़ोटो ,वीडियो, इतियादी सेव कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अपने इस लेख में हमने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क से संबंधित सारी जानकारी आपसे शेयर की हैं । इस लेख में हार्ड डिस्क के बारे लिखते समय स्कूल के सिलेबस को भी ध्यान में रखा गया हैं। उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा।














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